बकरी फार्म की जानकारी ऐसे करे लाखो की कमाई Goat Farming Business In Hindi

Last Updated on: 16th September 2022, 02:16 pm

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How to start goat farming Business Plan in hindi- बकरी भगवान की एक अद्भुद रचना है, जो काफी प्यारी और बहुउपयोगी होती है। राजस्थान सरकार की एक रिपोर्ट के अनुसार हमारे देश में लगभग 12 करोड़ बकरियां है, जो विश्व की कुल बकरीयों की संख्या का 20% भाग है। भारत देश में पशु पालन व्यवसाय काफी पुराने समय से चलता आ रहा है। और आज भी लोग Goat Farming Business In Hindi के बारे में इंटरनेट पर सर्च कर रहे है।

बकरी एक goat farming in hindi बहुउपयोगी, सीधा-साधा, किसी भी वातवरण में आसानी से ढलने वाला छोटा-सा पशु है, जिसका रहन-सहन और खान-पान भी अच्छा है। आज सरकार बकरी पालन के लिए योजनाए चला रही है और ट्रेनिग दे रही है, इसके अलावा Goat Farming Business के लिए लोन भी दे रही है।

bakri palan kaise karen- इस लेख में हम Goat Farming Business In Hindi टॉपिक पर विस्तारपूर्वक चर्चा करेंगे और बिजनेस को शुरू करने से संबंधित पूरी जानकारी प्राप्त करेंगे।

Goat Farming Business In Hindi (बकरी पालन व्यवसाय)

Goat Farming Business एक ऐसा बिजनेस है जो कम निवेश में शुरू होता है और अधिक लाभ देता है। बकरी पालन एक बहुउपयोगी बिजनेस है, जो मानव के साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी उपयोगी है। देखा जाए तो अन्य पशुपालन का व्यापार दाना-पानी और रहने की व्यवस्था के कारण काफी महंगा होता है। लेकिन बकरी पालन का व्यापार एक सस्ता और टिकाऊ व्यवसाय है।

इसके कई मुनाफे देखने को मिलते हैं, जैसे-

  1. दुध का व्यापार,
  2. माँस का व्यापार,
  3. ऊन व खाल का व्यापार,
  4. मींगणियों की खाद का व्यापार,

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बकरी पालन व्यवसाय की मांग या Scope

Goat farming business plan को जानने से पहले यह पता होना चाहिए कि बकरी पालन व्यवसाय से क्या-क्या फायदे है और भविष्य में यह व्यवसाय कैसे चलेगा, मतलब बकरी पालन बिजनेस का भविष्य में Scope क्या होगा?

जैसा की मैने आपको पहले goat farming business plan pdf ही बताया कि बकरी पालन एक बहुउपयोगी व्यापार है, और अन्य पशुपालन व्यापार से यह काफी अच्छा व्यापार है। बकरी पालन से आप काफी अच्छी कमाई कर सकते है। पूरे विश्व की कुल बकरीयों की संख्या का 20% भाग भारत में मौजुद हैं, जो की एक विशाल संख्या है।

चलिए अब हम Goat Farming Business In Hindi टॉपिक पर गहन चर्चा करते है, और जानने की कोशिश करते है कि Goat Farm Kaise Shuru Kare?

Goat Farming Business के फायदे in Hindi

how to start goat farming in hindi-

  • बकरी पालन के खान-पान में कम खर्च लगता है,
  • बकरीयों के स्वास्थ्य पर ज्यादा खर्च नही होता है,
  • बकरी माँस की मांग काफी ज्यादा होती है,
  • ईद के दिन बकरीयों की काफी मांग होती है,
  • बकरी का दुध काफी लाभकारी होता है,
  • इस बिजनेस को छोटी जगह पर कर सकते है,
  • बिजनेस में ज्यादा मजदूर की जरूरत नही होती है,
  • इस बिजनेस को कम कीमत पर शुरू कर सकते है,
  • कॉमर्शियल गोट फार्मिंग से काफी अच्छी कमाई होती है,
  • इसके बालो की डिमांट भी मार्केट में बहुत ज्यादा है,
  • एक बकरी एक ही बार में 1, 2 या 3 बच्चों को जन्म देती है,
  • बकरी का ढूंढ कोलेस्ट्रोल मुक्त होती है, जो स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक है,
  • बकरीयों के रहन-सहन के लिए अच्छा और महंगा शेड बनाने की जरूरत नही होती है,
  • थोड़ी-बहुत जानकारी से Goat Farming Business शुरू कर सकते है और ब्रांड बना सकते है।

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Goat Farming Business Investment (बकरी पालन के लिए निवेश)

bakra farm- बकरी पालन का व्यावसाय goat farming project in hindi काफी अच्छा और कम लागत वाला होता है। लेकिन इस बिजनेस को शुरू करने के लिए एक बार बड़ी रकम लगानी होगी। और उसके बाद खान-पान के अलावा ज्यादा खर्च नही होता है।

देखा जाए तो इस बिजनेस को शुरू करने के लिए कम से कम 4 से 5 लाख रूपयें की जरूरत होगी। यह लागत मुख्यत: शुरूआती बकरीयों को खरिदने में, शेड बनाने में, बकरीयों का चारा खरिदने में और लेबर कॉस्ट में आती है। लेकिन बिजनेस से काफी ज्यादा मुनाफा भी कमाया जा सकता है।

ध्यान दे कि बिजनेस goat farming project report free download की लागत बकरियों की संख्या पर निर्भर करती है। हमने यहां पर 1 यूनिट बकरियों की कुल लागत की गणना की है, जैसे-

  • एक बकरी का सामान्यत: 25 किलो वजन होता है, अत: 300 रूपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से 7,500 रूपये होंगे।
  • इसी तरह 30kg के बकरे के लिए 7,500 रूपयें (250 प्रति किलोग्राम) कीमत होगी।
  • अब एक यूनिट में कुल 50 बकरियां और 2 बकरे होते हैं, अत: कुल लागत निम्न प्रकार होगी।
50 बकरियों की कीमत3.75 लाख रूपयें
2 बकरे की कीमत15,000 रूपयें
कुल कीमत3.90 लाख रूपयें

 इसके अलावा मजदूरों और रहन-सहन तथा खान-पान का खर्च भी शामिल होता है। इस तरह 50 बकरियों के पालन में 5 से 6 लाख रूपयें की जरूरत होगी।

How To Start Goat Farming Business in Hindi (Full Process)

कई लोग goat farming project report pdf in hindi जानना चाहते है कि Goat Farm Kaise Shuru Kare? इसलिए हम आपके साथ बकरी पालन बिजनेस को शुरू करने की प्रक्रिया को सांझा कर रहे है।

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#1. बकरी पालन के लिए आवश्यक जगह

यह बिजनेस प्राय: ग्रामीण इलाकों में देखने को मिलता है, जो सामान्यत: घरों में निजी और आर्थिक जरूरत के लिए किया जाता है। देखा जाए तो यह बिजनेस दो स्तर पर किया जा सकता है।

छोटे स्तर पर

बकरी पालन व्यवसाय goat farming plan को छोटे स्तर पर शुरू करने के लिए कम से कम 40 वर्ग फुट जगह की आवश्यकता होती है। क्योंकि बकरियां झुंड बनाकर रहना पसंद करती है। इसलिए एक साथ 4 से 5 बकरियां को रखने के लिए जगह की आवश्यकता होती है।

बड़े स्तर पर

bakri palan ki jankari- अगर बड़े स्तर पर यह व्यवसाय goat farming business plan करते है तो आपको 1000 वर्ग फुट जगह की आवश्यकता पड़ती है। बडे़ स्तर पर बकरी पालन को Goat Farming Business कहा जाता है। इस व्यवसाय में आपके पास चराने के लिए बड़ी जगह होनी चाहिए, जहां पर्याप्त मात्रा में पेड़-पौधे हो। इसके अलावा यह जगह शहर से काफी दूर होनी चाहिए।

बकरी पालन में एक बकरी के लिए 20 वर्गफीट आवश्यक है। इस आधार पर…

50 बकरीयों के लिए1000 वर्ग फीट
दो बकरे क लिए40 वर्ग फीट
100 मेमनो के लिए500 वर्ग फीट
कुल स्थान1540 वर्ग फीट

#2. शेड का निर्माण करना

बकरी पालन के बिजनेस goat farming profit or loss की बात की जाए तो शेड का निर्माण बेहद जरूरी है, ताकि अधिक से अधिक बकरीयों का पालन आसानी से किया जा सके। इसका निर्माण सूखी घास, तार, टीन, लकड़ी व ईट इत्यादि से किया जाना चाहिए।

शेड निर्माण के लिए कुछ आवश्यक बाते

  1. शेड की उंचाई कम से कम 10 फीट होनी चाहिए,
  2. शेड की दीवार जालीयुक्त और 10 इंच की न मोटी व न छोटी दीवार होनी चाहिए।
  3. इसे जमीन के नीचले सतह पर ढाल युक्त होना चाहिए ताकि मल-मूत्र आसानी से बह सके।
  4. इसके चारों और बाउंड्री वाल होना चाहिए।
  5. एस्बेस्टस की चादर से शेड की छत बनानी चाहिए।
  6. शेड को तीन हिस्सों में बांट दे, जैसे बकरी, बकरे और बच्चों के लिए।
  7. बाउंड्री वाल के अंदर चारो ओर पेड़-पौधे अवश्य लगाए ताकि शेड का वातावरण अच्छा रहे।

#3. बकरियों की नस्ल का चुनाव

भारत देश में बकरियों की goat farm information in hindi 20 नस्लें स्थापित हैं, जो अलग-अलग वातावरण के लिए अनुकुलित हैं। बकरी खरिदने के लिए नस्ल का चुनाव करते समय ऐसी बकरी की नस्ल को चुने जो आपके बिजनेस वाले स्थान के वातावरण के अनुकुल हो। अन्यथा आपकी सभी बकरियां बीमार होकर मर सकती है।

उदाहरण के लिए राजस्थान में सिरोही, बीटल, सोजत नस्लें, पश्चिम बंगाल में ब्लैक बंगाल नस्ल और उत्तर प्रदेश में बारबरी व जमुनापरी नस्लें काफी ज्यादा लोकप्रिय है। इसके अलावा भारत देश की प्रमुख नस्लों की बात करे तो ओस्मानाबादी (Osmanabadi Goat), जमुनापारी, बीटल, शिरोई और अफ्रीकन बोर ज्यादा उपयोगी मानी जाती है।

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#4. बकरियों का खान-पान (चारा और पानी की व्यवस्था)

how to start goat farming in hindi- एक अच्छी बात है कि बकरियों का मुख्य आहार हरी पत्तियां और हरी घास होती है। अगर आपके पास खेत है तो आपका बहुत कम खर्चा लगेगा। इसके अलावा आप बकरियों को चुन्नी व चोकर भी खिला सकते है। अगर आपके पास बकरियों को चराने के लिए उपयुक्त स्थान न है तो किसी एक जगह पर दिन में तीन बार भोजन दे।

बकरियों का रोग निवारण (टिंकाकरण)

goat form business- आजकल बकरियों के भी रोग बढ़ रहे है, अत: बकरियों के रखरखाव में रोग का निवारण करना आवश्यक है। जैसे-

  1. मुंह और पाँव के रोग (FMD): यह रोग मुंह और पांव से संबंधित होता है, जिसके लिए FMD का टींका लगाया जाता है। यह टींका बकरियों को 3 से 4 महिने की उम्र में और उसके बाद प्रति 6 महिने के अंतराल में लगाया जाता है।
  2. गोट प्लेग (PPR): यह बेहद घातक बीमारी होती है, जिससे बड़ी संख्या में बकरियां बीमार हो जाती है। इस रोग के रोकथाम के लिए PPR का टींका चार महिने की उम्र में और उसके बाद हर चार वर्ष के अंतराल में लगाया जाता है।
  3. गोट पॉक्स: यह भी एक बेहद खतरनाक बीमारी है, जिससे बचाव के लिए 3 से 4 महिने की आयु में टींका लगाया जाता है। इसके बाद यह टींका प्रतिवर्ष देने की जरूरत होती है।
  4. हेमोरेगिक सेप्टिसेमिया (HS): यह रोग ज्यादा खतरनाक नही है, लेकिन फिर भी बकरियों को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए 3 से 6 महिने की उम्र यह टींका भी लगा ले, और उसके बाद प्रतिवर्ष यह टींका दे। यह टींका मानसून से पहले देना ज्यादा सही है।
  5. एंथ्रेक्स रोग: यह रोग बकरियों के साथ-साथ व्यक्तियों में भी फैलता है, इसलिए इसका इलाज आवश्यक है। इसका टींका 4 से 6 महिने की उम्र में और फिर हर साल लगाना चाहिए।

फार्म स्थापना के लिए लागत

how to start goat farming- बकरी पालन के बिजनेस में कुल कितनी लागत लगेगी, इसका विवरण हम पहले ही दे चुके है। बिजनेस को शुरू करने से पहले सभी लागतो पर विचार करे और और एक बिजनेस प्लान बनाए, उसके बाद बिजनेस शुरू करे।

सरकारी योजनाओं का सहयोग

वर्तमान में सरकार कृषि और पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कई goat farm profit calculator तरह के योजनाएं चला रही है, जैसे राजस्थान में कामधेनु डेयरी योजना, भामाशाह पशु बीमा योजना इत्यादि। इसी तरह आप भी अपने राज्य की सरकारी योजना का पता लगाकर लाभ ले सकते है। अत: बिजनेस शुरू करने से पहले उपयोगी योजना का भी पता लगा ले।

बकरी पालन बिजनेस का पंजीकरण

Goat Farming Business In Hindi को शुरू करने के लिए सरकारी तौर पर पंजीकरण आवश्यक है। इससे आपको भविष्य में सरकारी योजनाओं का भी लाभ मिल पाएगा।

  1. इसका पंजीकरण ऑनलाइन ऑफिशियल वेबसाइट “udyogaadhar.gov.in”  पर कर सकते है।
  2. यहां पर आधार नंबर और नाम देना है।
  3. इसके बाद ‘Validet Aadhar’ पर क्लिक करना है, और अंगुठे या OTP से वैरिफाई करना है।
  4. अब आपको अपना नाम, कंपनी का नाम व पता, जिला, पिन कोड, मोबाइल नंबर, व्यवसायिक ईमेल, बैंक जानकारी, NIC Code इत्यादि जानकारी देनी होगी।
  5. इसके बाद कैप्चा कोड डालकर फॉर्म सबमिट करना है।
  6. पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने पर MSME की तरफ से सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा, जिसका प्रिंट निकालकर ऑफिस में रख सकते है।

बकरी पालन का प्रशिक्षण (Goat Farming Business In Hindi)

किसी भी बिजनेस को शुरू करने के लिए बिजनेस से संबंधित पूरी जानकारी होना भी आवश्यक है। अगर आप बिना जानकारी के बिजनेस शुरू करते है तो कुछ ही महिनों में यह बिजनेस Loss में जा सकता है।

इसलिए बिजनेस शुरू करने से पहले ट्रेनिंग अवश्य ले। बकरी पालन की ट्रेनिंग आप भारत के कई संस्थान से ले सकते है। यह ट्रेनिंग आप ऑनलाइन भी ले सकते है। ट्रेनिंग आप 6 से 15 हजार रूपयें में प्राप्त कर सकते है। “http://www.cirg.res.in/” वेबसाइट पर आप Goat Farming Business शुरू करने की पूरी जानकारी ले सकते है।

बकरी पालन शुरू करने के लिए सावधानियां

Goat Farming Business In Hindi शुरू करने पर कुछ सावधानियों का ध्यान रखना जरूरी हैं, जैसे-

  1. समय-समय पर नहलाते रहे,
  2. शेड में शीतल पेयजल की सुविधा रखे,
  3. बकरी के बच्चो को कुत्तों से बचाए,
  4. बिजनेस शहरी प्रदुषण और जंगली जानवरो से सुरक्षित होना चाहिए,
  5. शेड की साफ-सफाई अवश्य रखे, और नियमित अंतराल में धोते रहे,
  6. बकरियों को स्वस्थ रखने के लिए समय-समय पर टीककारण करवाए,
  7. बकरियों को चारे के साथ समय-समय पर ‘Albendazole tablet’ खिलाए, जिससे पेट के कीड़े मर जाए,
  8. बकरियों के जुगाली न करने पर डॉक्टर से जांच करवाए इत्यादि।

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बिजनेस मार्केटिंग (Goat Farming Business In Hindi)

बिजनेस शुरू करने के लिए मार्केटिंग बेहद अहम हिस्सा होता है। अगर बात बकरी पालन की करे तो बकरी की खाल, मांस, दूध, ऊन और खाद के आधार पर अलग-अलग मार्केटिंग हो सकती है। इस बिजनेस में आप बकरियों को सीधे बाजार और कसाईखाने में बेच सकते है, और इसके अलावा बकरामंडी में बेचकर कमाई की जा सकती है।

बकरियों की डिमांड ईद के मौके पर सबसे ज्यादा होती है, इसलिए ईद से पहले पूरी तैयारी करे जिससे अधिक मुनाफा कमा सके। इस तरह आपको बिजनेस मार्केटिंग की तैयार करनी होगी।

Conclusion (Goat Farming Business In Hindi)

अगर आप Goat Farming Business In Hindi को शुरू करने के बारे में विचार कर रहे है तो आपको ट्रेनिंग सेंटर से ट्रेनिंग अवश्य लेनी चाहिए। इससे आपको बकरी पालन की छोटी व बड़ी सभी जानकारीयां मिल जाएगी और बिजनेस सफलता के मौके बढ़ जाएंगे। इस बिजनेस को शुरू करने से पहले Goat Farming Business Plan भी अवश्य बना ले।

इस तरह आप बकरी पालन का बिजनेस शुरू कर सकते है और अच्छा मुनाफा कमा सकते है।

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